Vat Savitri Vrat 2023 Upay: वट सावित्री व्रत के दिन बरगद के पेड़ से करें ये चमत्कारी उपाय, अखंड सौभाग्यवती होने का मिलेगा वरदान।

Bargad Ke Ped Ke Upay: वट सावित्री व्रत के दिन क्यों की जाती है बरगद के पेड़ की पूजा? जानें बरगद के 7 चमत्कारी उपाय

Bargad Ke Ped Ke Totke: ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन रखें जाने वाला वट सावित्री व्रत का हिंदू धर्म में अपना एक विशेष महत्त्व है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और सुखमय जीवन के लिए रखती हैं। इस वर्ष 19 मई दिन शुक्रवार को वट सावित्री का व्रत रखा जाएगा। इस विशेष से दिन पर सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य और अपने पति की लंबी उम्र के लिए सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक उपवास रखती हैं और बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। ऐसा कहा जाता है कि वट सावित्री का व्रत करवा चौथ जितना ही फलदायी होती है। इस दिन सुहागन महिलाएं सोलह सिंगार करके भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं।

शास्त्रों के अनुसार, वट सावित्री व्रत रखने से जीवन में सुख, समृद्धि, धन एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर वट सावित्री व्रत में बरगद की पूजा क्यों होती है? तो आइए जानते हैं बरगद के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है और क्या हैं इसके उपाय -


बरगद के पेड़ की पूजा का महत्व

Bargad Ke Ped Ke Upay: वट सावित्री व्रत के दिन क्यों की जाती है बरगद के पेड़ की पूजा? जानें बरगद के 7 चमत्कारी उपाय

धार्मिक मान्यता है कि बरगद के पेड़ की पूजा करने से पति की आयु लंबी होती है और अखंड सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है। इसके साथ ही सभी तरह के कलह संतापों से मुक्ति मिलती है। वहीं घर में सुख-समृद्धि आती है और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में बताया गया है कि बरगद के पेड़ में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश वास करते हैं। वट वृक्ष की जड़ में ब्रह्मा, तने में भगवान विष्णु और डालियों में देवों के देव महादेव निवास करते हैं। वहीं नीचे की तरफ लटकती हुई शाखा को मां सावित्री का प्रतीक है। इसी वजह से बरगद के पेड़ की पूजा करने से त्रिदेवों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और देवी सावित्री की कृपा परिवार पर बनी रहती है।


वट सावित्री व्रत के दिन करें ये उपाय

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यदि आपके जीवन में काफी समय से किसी भी तरह की समस्या या कोई विवाद चला रहा है तो वट सावित्री व्रत के दिन बरगद के कुछ टोटके या उपाय करने से वो समस्याएं दूर हो सकती हैं। आइए जानते है वट सावित्री व्रत के दिन बरगद से किए जाने वाले ज्योतिषीय उपाय-

1. घर-परिवार में विवाद को दूर करने के लिए हर दिन बरगद के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और त्रिदेवों का ध्यान करते हुए मन ही मन अपनी मनोकामना दोहराएं। ऐसा करने से आपसी प्रेम में वृद्धि होती है और घर में कलह खत्म होती है।

2. अगर आपके घर में कोई काफी लंबे समय से बीमार है, तो रात को उसके तकिए के नीचे बरगद की जड़ रख दें। ऐसा करने से उसके स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार होने लगेगा।

3. यदि आपको हमेशा डर लगता है या फिर कोई मानसिक तनाव में है तो ऐसे लोगों को बरगद के नीचे हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इससे भय खत्म होता है और मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है।

4. यदि आपको लगातार बिजनेस में नुकसान हो रहा है या नौकरी में सफलता नहीं मिल रही है, तो ज्येष्ठ अमावस्या यानी वट सावित्री व्रत के दिन बरगद के पेड़ के नीचे 5 घी के दीपक जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के सारे काम बनने लगते हैं और बिजनेस में फायदा होने लगेगा। साथ ही आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

5. अगर लाख कोशिशों के बाद भी आपको नौकरी नहीं मिल रही है या काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं, तो वट सावित्री व्रत के दिन बरगद के पेड़ के पत्ते पर अपनी समस्याएं लिखिए और रविवार के दिन उसे पानी में प्रवाहित कर दें। वहीं शनिवार के दिन पेड़ की जड़ में हल्दी केसर मिलाकर अर्पित करें। ऐसा करने से नौकरी और व्यापार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है और धीरे-धीरे सभी समस्याओं का अंत हो जाता है।

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6. वट सावित्री व्रत के दिन आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन बरगद के पेड़ का एक पत्ता लें। फिर उसको गंगाजल से साफ करके उसके ऊपर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं। इसके बाद उस पत्ते को माता लक्ष्मी के पास रख दें और विधि विधान के साथ मां और पत्ते की पूजा करें। फिर उस पत्ते को धन के स्थान जैसे अलमारी या तिजोरी में रख दें। ऐसा 21 शुक्रवार तक करें। माना जाता है ऐसा करने से धन संबंधित समस्या खत्म हो जाएगी।

7.  वट सावित्री व्रत के दिन संतान प्राप्ति के लिए बरगद के पेड़ की पूजा करना लाभकारी बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि के दिन ही देवी सावित्री के पति वट वृक्ष के नीचे ही पुन: जीवित हुए थे। सावित्री देवी की निष्ठा और पति परायणता को देखकर यमराज ने सावित्री देवी के मृत पति को जीवनदान दिया था। तभी से मान्यता है कि जो भी पति की लंबी उम्र के लिए बरगद के पेड़ की पूजा करती है तो उसे भी सावित्री देवी की तरह अखंड सौभाग्य का आशिष मिलेगा। अपनी विशेषताओं और लंबे जीवन के कारण वट वृक्ष के अनश्वर माना गया है।

तो दोस्तों ये है कुछ अचूक ज्योतिष उपाय जिन्हें करने से आपके जीवन में चली रही समस्याओं का समाधान होगा और भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी के आर्शीवाद से आपके घर में सुख समृद्धि का वास होगा। साथ ही मैं उम्मीद करती हूँ कि आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई होगी। हमें कमेंट करके जरूर बताये। बाकी अन्य आर्टिकलस के लिए हमेशा ऐसे ही बने रहिये आपकी अपनी वेबसाइट www.99advice.com के साथ।



(Disclaimer:  इस लेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं।  इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है। www.99advice.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)








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Sumegha Bhatnagar

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