16 जुलाई को इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण लगेगा और इसी दिन गुरु पूर्णिमा का भी योग बन रहा है। ऐसा योग 149 साल बाद बन रहा है। चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं इन बातों का विशेष ध्यान रखें ताकि गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर कोई बुरा असर ना पड़े।




इस साल गुरु पूर्णिमा पर 149 साल बाद 16 और 17 जुलाई को चंद्रग्रहण लगने वाला है। यह भारत में भी दिखाई देगा। 16 जुलाई की रात चंद्र ग्रहण 1:32 बजे से आरंभ होगा, जिसका मोक्ष 17 जुलाई की सुबह 4:30 बजे होगा।

ऐसी मान्यता है कि चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के समय निकलने वाली दूषित किरणें गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर डालती है जिसका असर बच्चे की शारीरिक और मानसिक सेहत पर पड़ता है। बच्चा अस्वस्थ भी पैदा हो सकता है।

आज हम आपको अपने इस लेख में कुछ ऐसी ही विशेष बातें बताने जा रहे है जिनका ध्यान गर्भवती महिला को रखना चाहिए। तो आइये दोस्तों जानते हैं ऐसी ही कुछ ध्यान देने योग्य विशेष बातें जो ग्रहण के असर को कम कर सकती हैं।

1.  किसी भी तरह के ग्रहण के वक़्त गर्भवती स्त्रियों को किसी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जैसे चाकू, सूई, कैंची आदि। ओर ना ही गर्भवती महिलाओं को सिलाई करनी चाहिए। कहा जाता है कि इसका असर बच्चे के स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसकी वजह से कभी-कभी बच्चे के शरीर पर  कट के निशान जाते है।

2. शास्त्रों के अनुसार सूतक काल अच्छा समय नहीं माना जाता है, अत: सूतक में किसी भी गर्भवती महिला को चंद्र ग्रहण के दौरान खाना नहीं बनाना चाहिए और खाना नहीं चाहिए। बने हुए खाने में कुछ पत्ते तुलसी के डाल दे और ग्रहण खत्म होने के पश्चात उन पत्तों को निकाल दें। ऐसा करने से ग्रहण के बाद भी खाना पूरी तरह शुद्ध रहता है। हालांकि गर्भवती महिलाएं दूध, फल या जूस ले सकती हैं क्योंकि बहुत देर तक कुछ ना खाने से शिशु के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।

3. ऐसा मानते है कि ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिला को जरूर नहाना चाहिए। ऐसा ना करने पर उसके शिशु को त्वचा संबधी रोग लग सकते हैं।

4. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की किसी भी किरण को अपने गर्भ पर नहीं पड़ने देना चाहिए। सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

5. ऐसी सलाह दी जाती है कि गर्भवती महिलायें अगर ग्रहण के समय सोती है तो अपने पास एक नारियल रख कर जरूर सोयें। मान्यता है कि नारियल को अपने पास रख कर सोने से से ग्रहण की काली छाया मां और उसके होने वाले बच्चे तक नहीं पहुंचती है।

6. सूर्य ग्रहण या चंद्रग्रहण की अवधि में गर्भवती स्त्रियों को पूजा पाठ करने की भी सलाह दी जाती है। ग्रहण के समय पूजा करने से बच्चे पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।


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Sumegha Bhatnagar

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